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KAAL SARP DOSH

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ॐ साई राम।  जय गुरु जी कालसर्प दोष यदि आपको कालसर्प दोष है तो इस ब्लॉग को जरूर पढ़ें। कालसर्प दोष होता है या नहीं | जानकार मानते हैं कि कालसर्प दोष को कर्तरी दोष भी माना जाता था। वारमही ने भी अपने ग्रंथों में कर्तरी योग का उल्लेख किया है| सारावली में भी सर्प योग का ही वर्णन मिलता है, काल सर्प दोष  का कोई उल्लेख नहीं मिलता है । पुराने मूल वैदिक शास्त्र में कालसर्प दोष के बारे कुछ भी नहीं बताया गया है । आधुनिक ज्योतिष में कालसर्प दोष को माना जाता है। इसमें सभी विद्वानों की राय एक जैसी नहीं है| राहु और केतु के बीच कुंडली में सभी ग्रह एक तरफ हो जाए उसे कालसर्प दोष कहते हैं। यह भी पितृदोष की तरह फल देता है। कई जानकार इसे सर्प दोष की तरह देखते हैं तो कई किसी पूर्वज की असमय मृत्यु वो भी किसी असमान्य तरीके से या मृत व्यक्ति का सही प्रकार से संस्कार न होने के कारण मान क्र उसके उपरांत उपजा दोष मानते हैं। अभी जो वंश वर्तमान में है उसमें सब से बड़ी संतान या सब से छोटी संतान में यह दोष बन कर कुंडली में आता...

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पितृ दोष लक्षण व उपाय (Pitra Dosh)

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ॐ साई राम। जय गुरु जी।  पितृ दोष  पितृ दोष (Pitra Dosh) के बारे में ब्रह्म पुराण में भी लिखा है की कृष्ण पक्ष की शाम को और अश्वनी मास में मृत्यु के देवता यमराज पितरों की आत्मा को श्राद्ध के अवसर पर बच्चों द्वारा दिए गए भोज को ग्रहण करने की अनुमति देते है । जो लोगअपने पितरों का श्राद्ध ठीक प्रकार से नहीं कर पाते तो उनके पितृ गुस्सा होकर अपने ही संसार में चले जाते हैं और इसका फल अनेक तरीके की समस्याओं के रूप में भुगतना पड़ता है । पितृदोष के कारण असमय मृत्यु होना। किसी को धोखा देना। अपने पितरों का श्राद्ध न करना। परिवार मे मृत व्यक्ति का सही से संस्कार न करना। पितृदोष से होने वाली परेशानियाँ पितृदोष से होने वाली परेशानियों में एजुकेशन और कैरियर के फील्ड में हमेशा रुकावट आती रहती है शराब की लत लगना और नशा पीछा नहीं छोड़ता । परिवार में स्त्रियों को कई बार कई बार गर्भपात का भी सामना करना पड़ता है । गरीबी खत्म होने का नाम ही नहीं लेती है । पितृदोष के कारण हमेशा आदमी बिमारियों में घिरा रहता है । अ...

बच्चों के कमजोर ग्रह के बारे में उनकी आदतों से पहचाने व उन्हें उपाय द्वारा ठीक करें ।

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    जय गुरुजी । ॐ साईं राम । बच्चों के कमजोर ग्रह के बारे में उनकी आदतों से पहचाने व उन्हें उपाय द्वारा ठीक करें । सूर्य ऐसा बच्चा अपने पिता के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता तथा उसके विचार भी अपने पिता से नहीं मिलते तथा उसको पित्त बनने की समस्या या माइग्रेन रहता है इसका एक निशान सूर्य पर्वत पर टेडी रेखा होती है उपाय पिता बच्चे को अपने साथ बैठा कर पढ़ाई कराएं। वह बच्चा सूर्य को हल्दी डाल कर जल दे। जल देते वक्त उसका हाथ अपने मस्तक से ऊपर नहीं जाना चाहिए। जल देते वक्त वह अपने पिता का नाम व माता का नाम तथा अपना गोत्र बोले। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। गायत्री मंत्र केा पाठ करें। कैरियर ऐसे बच्चे का कैरियर लकड़ी के काम से संबंधित, तांबे के काम से संबंधित, सेना से संबंधित या सरकार से संबंधित होता है। चंद्रमा जिस बच्चे के चंद्र ग्रह के साथ समस्या होती है वह बच्चा जरूरत से ज्यादा सोचता है, डिप्रेशन में रहता है।  वह अत्यधिक सोचता है और इसके साथ वह बड़ा चंचल होता है, उसका मन पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगता।  हस्तरेखा में इसका लक्...

विधार्थियों के लिये ज्योतिष का महत्व व लाभ

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    जय गुरुजी । ॐ साईं राम । विधार्थियों के लिये ज्योतिष का महत्व व लाभ विद्या को धन कहा गया है। इसलिए इसका महत्व आज और हमेशा रहेगा। सारे प्रयास के बाद भी शिक्षा मे तरह तरह की बाधा आती रहती हैं। आजकल माता पिता भी हर सम्भव प्रयास करते हैं कि उनकी संतान अच्छा परीक्षाफल लाए। ये ब्लॉग विशेषकर बोर्ड परीक्षार्थियों को ध्यान में रखते हुए लिखा गया है। साधारण रूप से ज्योतिष शास्त्र में दूसरे ओर पांचवें भाग से इसका अध्ययन किया जाता है। परन्तु आज ज्योतिष चक्र मे बोर्ड विद्यार्थियों को ध्यान में रख कर कुछ उपाय और मंत्र बताए जा रहे हैं आशा है कि यह  विद्यार्थियों ओर उनके माता पिता की उम्मीदों पर खरे उतरँगे। कुछ साधारण बातों को भी बताना जरूरी है जो विद्यार्थियों व उनके माता पिता दोना के लिए जरूरी है। बच्चों पर परीक्षा का दबाव न बनाये। घर में शांत वातावरण रखें। कभी भी अध्ययन कक्ष मे बड़ा आइना न लगाये । पलंग के सिरहाने को हमेशा दक्षिण या पश्चिम की तरफ रखें। कबाड़, पुराना सामान (इलेक्ट्रॉनिक) व पुरानी किताब को अध्ययन कक्ष में न रखें। अध्ययन करते वक्त अपना मु...